सोमवार, 23 जनवरी 2012

क्या लिखूँ ?

क्या लिखूँ ?

ज़िंदगी को लिखूँ दुःख की परिभाषा,
या कोई सुनहरा ख्वाब लिखूँ ?

हर पल रुलाता और सताता
ग़मों का पहाड़ लिखूँ...?
या हर पल मिलती 
खुशियों का संसार लिखूँ ?

इश्क की राह पर पसरा,
एक घना वीराना लिखूँ
या फिर इसे एक,
काँटों भरा ताज लिखूँ ?

आशाओं से भरी आँख लिखूँ,
या आकांक्षाओं से भरा आसमान लिखूँ ?
कभी लिखूँ इसे मैं जीने की बस एक ज़रूरत,
तो कभी मंज़िल की अपनी तलाश लिखूँ ?

ऐ ख़ुदा !
हर पल दी है तूने मुझे इक नई ज़िंदगी,
तो आज तू ही बता के इस पल को जीऊँ ?
या आने वाले कल की आस लिखूँ ?

बोलो न...!
आज मैं क्या लिखूँ ?
आखिर... 
मैं क्या लिखूँ... ?

महेश बारमाटे "माही"


16 टिप्‍पणियां:

  1. bahut umda rcahna, jindagi aisi hai , aap jo chahe likh sakte hai , mujhe ek gane ki kuch line yaad a gyi aapse share kerta hun
    "JINDAGI KAISI HAI PAHELI HAYE ,KOI TO BATAYE , KOI SAMJAHYE..........
    to aap jo chahe likh sakte hai jaise chahe ....uttam prastuti....

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  2. ज्यादा सोचिये मत ...बस,लिख डालिए.

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  3. रश्मि जी, अमरेन्द्र जी और संजय जी :
    आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद... बहुत कुछ लिखने के बाद भी एक यही सवाल आता है जेहन मे कि अब मैं क्या लिखूँ ?

    :)

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  4. हो कुछ ऐसा जिस से
    जिंदगी की तरंग लिखो ...

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  5. सोचते सोचते ही सोचा जाता है.
    लिखते लिखते ही लिखा जाता है.

    बहुत अच्छा लिखा है आपने.
    सुन्दर सोच से और भी अच्छा लिख पायेंगें आप.

    मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है.

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  6. आज कल सभी की यही दशा है :) जब भी लिखने का सोचो तो यही सब ध्यान आता है की आखिर लिखा क्या जाय ॥ बढ़िया एवं सार्थक प्रस्तुति समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है

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  7. ज्यादा सोचिये मत ...बस,लिख डालिए.

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  8. कुछ भी लिखिये पर लिखते र्5ाहिये। बहुत अच्छा लिख रहे हैं शुभकामनायें।

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  9. जो भी दिल कहे बस लिख दीजिये.....खुबसूरत रचना.....

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  10. बहुत सुन्दर...
    कुछ ऐसा मैंने भी लिखा था कभी..
    शायद हर रचनाकार लिखता है कभी ना कभी..
    :-)

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    1. विद्या जी, बिलकुल सच कहा आपने... शायद क्या यकीनन हर रचनाकार ऐसा कुछ जरूर लिखता है... और मेरे साथ तो ये 5-6 बार हो चुका है... कभी कविता के रूप में तो कभी लेख के रूप में...
      आपको मेरी रचना पसंद आई... आपका बहुत बहुत आभार :)

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  11. rachna achhi hai .... ek sach bhi hai .... dost bas likhte rahiye .... with best wishes

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    1. धन्यवाद "दिल से" जी... बस आप अपना नाम भी लिख देते तो बहुत अच्छा लगता...

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