शुक्रवार, 4 मार्च 2011

तुम मुझे कभी भुला न पाओगे...

कोशिशें कर कर के थक जाओगे,
पर तुम मुझे कभी भुला न पाओगे...

तुम्हारी हर कोशिश में मेरी ही परछाई होगी,
पर इन परछाइयों से छुटकारा तुम कहाँ से पाओगे...?

जब भी कभी तुम खुद को तन्हा पाओगे,
अपनी उन तन्हा रातों का साथी, तुम मुझे ही पाओगे...

गर तुम्हे मेरी बातों पर विश्वास नहीं,
तो अपने दिल से पूछ कर देख लो,
तुम्हारी हर धड़कन में भी तुम,
मेरा ही नाम हमेशा पाओगे...

मुझे भुलाने की हर कोशिश में तुम,
खुद को ही भूलते जाओगे,
पर तुम मुझे कभी भुला न पाओगे...

महेश बारमाटे - माही 
4th March 2008

13 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (05.03.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.blogspot.com/
    चर्चाकार:Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)

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  2. अपनों भुलाना कहाँ आसान होता है..... बहुत सुंदर

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  3. प्यार को भुल जाना प्यार नहीं होता। ये तो एक अहसास होता है जो दिल के किसी कोनें में एक ताजे गुलाब की तरह हमेशा हमारे जीवन को महकाता रहता है।

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  4. Very impressive.....
    Very interesting... .

    Your hearty welcome in my blogs.

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  5. रचना में भावाभिव्यक्ति बहुत अच्छी है...बधाई...

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  6. धन्यवाद Er. सत्यम शिवम जी !
    जो आपने मेरी रचना को आपने चर्चा मंच में शामिल किया...
    मैं सदा आपका आभारी रहूँगा...

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  7. धन्यवाद डॉ॰ मोनिका शर्मा जी
    जो आपने मेरे ब्लॉग पर आकर मेरी कविता को सराहा
    इसी तरह सदा मेरा उत्साहवर्धन करते रहें, और अपने बहुमूल्य सलाह से मेरा मार्ग दर्शन करते रहें...

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  8. धन्यवाद मृदला जी, डॉ. वर्षा जी और डॉ. शरद जी
    जो आपने मेरे ब्लॉग पर आकर मेरी कविता को सराहा
    इसी तरह सदा मेरा उत्साहवर्धन करते रहें, और अपने बहुमूल्य सलाह से मेरा मार्ग दर्शन करते रहें...
    मैं सदा आपका आभारी रहूँगा

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  9. धन्यवाद एहसास जी !
    जो आपने मेरे ब्लॉग पर आकर मेरी कविता को सराहा
    इसी तरह सदा मेरा उत्साहवर्धन करते रहें, और अपने बहुमूल्य सलाह से मेरा मार्ग दर्शन करते रहें...
    मैं सदा आपका आभारी रहूँगा...

    पर मैं आपको ये बताना चाहता हूँ कि मैंने ये कविता प्रेम से सम्बंधित विषय पर नहीं लिखी
    बस ये तो मैंने अपने सारे दोस्तों को समर्पित करते हुए लिखी है...

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  10. दिल के अहसासों की अच्छी बानगी.
    जारी रहें.
    --
    व्यस्त हूँ इन दिनों

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  11. bohut khuub maahi mazaa aagaya u hav done a gr8 job :)

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  12. wooo!! man, u are talented !! :) keep it up & u'll be a great poet one day

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